मुगल काल में पंचायत का मुखिया कौन होता था | Mugal Kal Mein Panchayat ka Mukhiya Kaun Hota Tha

दोस्‍तो, क्‍या आप जानना चाहते है की, मुगल काल में पंचायत का मुखिया कौन होता था ? Mugal Kal Mein Panchayat ka Mukhiya Kaun Hota Tha ? तो इस सवाल का जवाब आपको इस आर्टीकल में बहोत ही आसान शब्‍दों में मिल जाएगा |

मुगल काल में गाव के लिए एक मुखिया होता था | इसी मुखिया के माध्‍यम से राजस्‍व अधिकारी तथा जमींदार राजस्‍व जमा करते थे | लोगो की और से जो भी राजस्‍व प्राप्‍त होता था वह राजस्‍व अधिकारी और जमींदार खजाने में जमा करते थे | गांव का मुखिया इस में महत्‍वपूर्ण भुमिका निभाता था |

मुगल काल में पंचायत का मुखिया कौन होता था | Mugal Kal Mein Panchayat ka Mukhiya Kaun Hota Tha

मुगल काल में पंचायत के मुखिया को मुकद्दम या चौधरी कहते थे | गांव का मुखिया होने के कारण पंचायत या गांव का कोई भी कार्य मुखिया की इजाजत से हुआ करता था | मुगल काल में मुखिया मतलब मुकद्दम राजस्‍व इकठ्ठा करने की दृष्‍टी से भी महतवपूर्ण पद होता था |

दोस्‍तो, आशा करते है की, आपको मुगल काल में पंचायत का मुखिया कौन होता था ? Mugal Kal Mein Panchayat ka Mukhiya Kaun Hota Tha ? इस सवाल का जवाब मिल गया होगा | इसी तरह की विभिन्‍न जानकारी आप इस ब्‍लॉग पर पढ सकते है | धन्‍यवाद….

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