भारत में जनहित याचिका का जनक किसे कहा जाता है ? | Bharat Mein Janhit Yachika ka Janak Kise Kaha Jata Hai ?

दोस्‍तो, क्‍या आप जानना चाहते है की, भारत में जनहित याचिका का जनक किसे कहा जाता है ?, Bharat Mein Janhit Yachika ka Janak Kise Kaha Jata Hai ?, जनहित याचिका का उद्देश्‍य क्‍या होता है ? जनहित याचिका किस लिए होती है ? तो इन सभी सवालों के जवाब और जानकारी आपको इस आर्टीकल में मिल जाएगी |

दोस्‍तो, जनहित याचिका आम जनता के अधिकारों के नजरीयें से बहोतही महत्‍वपूर्ण और लाभदायक है | जनहित याचिका के माध्‍यम से हम कोई भी सार्वजनिक विषय मा.उच्‍च न्‍यायालय या सर्वोच्‍च न्‍यायालय में याचिका के रूप में दायर कर सकते है | मा.न्‍यायालय को अगर उसमें तथ्‍य महसूस हुआ तो वह याचिका स्विकार कर ली जाती है |

भारत में जनहित याचिका का जनक किसे कहा जाता है ? | Bharat Mein Janhit Yachika ka Janak Kise Kaha Jata Hai ?

दोस्‍तो, भारत में जनहित याचिका का जनक न्‍यायमूर्ती श्री.पी.एन.भगवती को कहा जाता है | उन्‍होने जनहित याचिका दायर करना बहोतही आसान कर दिया था | उन्‍होने कहा था की अगर पोस्‍ट कार्ड पर भी लिखकर न्‍यायालय को भेजा जाएगा तब भी उसे याचिका माना जाएगा |

भारत में जनहित याचिका दाखिल करना सामान्‍य लोगो के लिए आसान करने में न्‍यायमूर्ती श्री.पी.एन.भगवती के साथ साथ न्‍यायमूर्ती श्री.वी.आर.कृष्‍णन अय्यर इनका भी योगदान है | क्‍योंकी दोनो न्‍यायमूर्ती की पहल की वजह से आम लोगो को जनहित याचिका कोर्ट में दाखिल करना आसान हो गया है |

जनहित याचिका एक ऐसा उत्‍तम पर्याय है जिससे हम भारत का कोई भी विषय कोर्ट के सामने रख सकते है | सिर्फ शर्त यह है की वह विषय या समस्‍या सार्वजनिक होनी चाहिए | अगर वह समस्‍या सामान्‍य लोगो के जीवन को प्रभावित करती है तो मा.न्‍यायालय इसपर फैसला दे सकता है जो की सभी पर लागू होता है |

दोस्‍तो, आशा करते है की, आपको भारत में जनहित याचिका का जनक किसे कहा जाता है ?, Bharat Mein Janhit Yachika ka Janak Kise Kaha Jata Hai ? जनहित याचिका क्‍या है ? इन सवालों के जवाब और जानकारी मिल गई होगी | इसी तरह की और भी महत्‍वूपर्ण जानकारी आपको इस ब्‍लॉग पर पढने को मिलेगी | धन्‍यवाद….

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